केके यदुवंशी।
सिवनी मालवा। बाल कथा वाचिका राधा स्वरूपा अनन्या शर्मा ने नरवाई की आग से हाेने वाली आगजनी की घटनाओं और जनहानि को लेकर जागरूकता अभियान चलाने की बात कही है। हरिभूमि से खास बातचीत में कथा वाचिका अनन्या शर्मा ने कहा कि जब हम धरती तो माँ करते है तो फिर नरवाई की आग क्यों? क्यों हमारी धरती माँ के सीने पर हर वर्ष नरवाई की आग धधक उठती है? क्यों हमें जागरूकता के लिए सरकार व प्रशासन की मुहिम का इंतजार रहता है? क्या हम स्वयं अपनी धरती माँ के सीने पर धधकने वाली आग को रोकने के लिए प्रयास नहीं कर सकते है? हमें सामूहिक रूप से प्रयास करते हुए क्षेत्र में नरवाई की आग से रोकथाम करना चािहए, हमारा प्रयास होना चािहए कि हमारे यहां नरवाई ना जले।
नरवाई में पोषक तत्व
कथा वाचिका अनन्या शर्मा ने कहा कि फसल कटाई के बाद खेत में शेष रहने वाला अवशेष (नरवाई) वास्तव में जमीन का फूड होता हैं। जिसमें फसल के पोषक तत्व निहित रहते हैं। नरवाई के जलाये जाने से अज्ञानतावश पौधे की जड़, तना, पत्तियों में सचित लाभदायक पोषक तत्व जला दिये जाते हैं जिससे आगामी फसल की उत्पादकता पर विपरीत असर पड़ता हैं। अवशेष जलाये जाने को लेकर सरकारें किसानों को सचेत कर रही हैं। यह सलाह सामयिक हैं जिस पर किसानों को गंभीरतापूर्वक विचार करने की आवश्यकता समझना उनके हित में हैं। किसानों द्वारा सामूहिक प्रयासों के साथ साथ शासन प्रशासन मिलकर क्षेत्र को नरवाई की आग से रोकने का प्रयास कर रहे है, यह खुशी की बात है।
पोषक तत्व होते है
फसल के पौधों की बाढ़ के लिए 16 तत्वों की आवश्यकता होती हैं, इनकी अधिकांश पूर्ति अवशेषों से होती हैं नरवाई के जलाने से जमीन के भी पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं। नरवाई जलाये जाने पर पादप अवशेषों में वनस्पति के मित्र कीट जल जाते हैं। इसका भूमि और वातावरण पर विपरीत असर पड़ता हैं। नरवाई पशुओं के आहार का भी संबल होती हैं। जला दिये जाने से इसकी कमी महसूस की जाने लगी हैं। इन दिनों गांवों में पशु आहार की कमी खटकने लगी हैं।
जागरूकता अभियान भी
जिला कृषि अधिकारी जितेंद्र सिंह का कहना है कि तहसील स्तर पर बैठकों के पश्चात पंचायत स्तर के साथ साथ ग्रामीण अंचल में भी किसानों को जागरूकरने करने का प्रयास किया जाएगा। प्रशासनिक अमला क्षेत्र के सभी गांवों में पहुंचकर लोगों, खासकर किसानों को फसल अवशेष जलाने से पर्यावरण को होने वाले नुकसान के बारे में अवगत कराएंगे। अनुविभागीय अधिकारी रविशंकर राय का कहना है कि नरवाई की आग को रोकने के लिए अभी से प्रयास करना शुरू कर दिए गए है। जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें सभी को सहयोग लिया जा रहा है। हमारा प्रयास है कि नरवाई की आग से क्षेत्र को बचाया जा सके। इसके लिए किसान संगठनों सहित किसानों से भी चर्चा कर विस्तृत रूपरेखा तैयार की जा रही है, जिससे इसपर रोक लग सके।