हाइवे ट्रीट होटल हंडिया
मकड़ाई समाचार
हरदा हंडिया।दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु जैसे बड़े बड़े शहरों के बाद अब हंडिया में भी हुक्का का चलन बढ़ रहा है।शाम होते ही कई युवा हुक्का लांज की शरण में चले जाते हैं।हंडिया के जाने-माने होटल हाईवे ट्रीट में होने वाली पार्टियों में अब फैशन के नाम पर हुक्का परोसा जा रहा है। खास बात यह है कि हुक्का लांज में धुएं का छल्ला बनाने की होड़ होती है। इस प्रतिस्पर्धा में नगर के युवा भी पीछे नहीं हैं।पुराने दिनों में हुक्का राजा-रजवाड़ों नवाबों की महफिल का शान हुआ करता था। पर आज यह ग्राम में जम रही पार्टी तथा युवाओं की महफिल में आम हो गया है।हालांकि अभी ग्राम में हुक्के का शौक रखने वाले लोग सीमित हैं, अगर समय रहते जिम्मेदारों के द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया गया तो ग्राम के युवा हुक्के की आड़ में नशे की लत में डूब जाएंगे मालूम हो कि पिछले कुछ महीनों में जाने-माने होटल में हुक्का परोसा जा रहा हैं। एप्पल, स्ट्रॉबेरी, मैंगो, आरेंज वेनिला, बबल गम, पान, रसना आदि फ्लेवर्स में हुक्का परोसा जा रहा है।हुक्के की शानदार डिजाइन और असीमित फ्लेवर्स युवाओं को आकर्षित कर रही है।इस हुक्के में कई तरह के फ्लेवर उपयोग में लाए जाते हैं। जो नशे के आदी हैं, उनके लिए अलग ढंग के हुक्का का इंतजाम किया जाता है।इसमें गांजा,जैसे प्रतिबंधित ड्रग्स का इस्तेमाल किया जाता है।हालांकि हुक्का लांज के संचालकों का कहना है कि वे नशीलेे पदार्थों का उपयोग करने नहीं देते हैं, लेकिन हकीकत कुछ और है। जहां बाकायदा शाम सजती है।होटल में रात्रि नौ बजे के बाद भीड़ जुटनी शुरू होती है।यहां निकोटिन युक्त फ्लेवर रखते ही नहीं हैं।बाहर से निकोटिन वाला फ्लेवर छिपाकर लोग अंदर लाते हैं और उसे चिलम में भर देते हैं।
मकड़ाई समाचार टीम ने ऐसे जाना हाल
मकड़ाई समाचार की टीम ने बीते दिनों नगर के जाने-माने होटल में होने वाली पार्टी का जायजा लिया।जहां टीम को हुक्का बार के बारे में पता चला।यहां अलग- अलग ग्रुप में नगर के हि नवयुवक धुएं का छल्ला उड़ा रहेे थे।जब टीम ने होटल कर्मचारियो से पूछा,तो उन्होंने बताया कि पार्टियों में शाही अंदाज को बरकरार रखने के लिए अब हुक्का पार्टी का क्रेज बढ़ गया है। हर खास आम मौकों पर हुक्का वाली शाम सजती है। कुछ लोग नशा करने, तो कुछ एंज्वॉय के लिए अलग- अलग फ्लेवर का हुक्का पीने आते हैं। टीम जब फोटो लेने की कोशिश करने लगी,तो वहां मौजूद लोगों ने ऑबजेक्शन किया। वैसे तो हुक्के का सेवन किसी भी मायने में फायदेमंद नहीं है। इसकी शुरुआत किसी भी फ्लेवर से हो, लेकिन बाद में व्यक्ति नशे का शिकार हो ही जाता है।
हुक्का का बढ़ता प्रचलन युवाओं के लिए खतरनाक है
युवा इससे जितना दूर रहें, उनके लिए बेहतर है। यहां एप्पल, मैंगो फ्लेवर के नाम पर युवाओं को नशे की लत लगाई जाती है।बाद में वे इसके आदी हो जाते हैं। ऐसे में बच्चे कहां आते-जाते हैं। इस पर विशेष नजर रखना अभिभावकों की जिम्मेदारी है। क्योंकि शुरुआत में यह रोमांचकारी होता है। आगे चलकर यह सेहत के लिए नुकसानदेह हो जाता है। प्रशासन को भी धार्मिक नगरी में चल रहे अवैध अड्डे पर कार्रवाई करनी चाहिए।
इनका कहना है:-
हुक्का बार नही चल रहा है फिर भी में दिखवाता हु।
सुरेंद्र सिंह वघेल थाना प्रभारी हंडिया
में आकर मिलता हु ऐसा कुछ नही है वहा पर।
परतेंद्र शुक्ला हाइवे ट्रीट होटल