हंडिया थाना प्रभारी बघेल की दरियादिली, असहाय भूखी बुजुर्ग महिला को खिलाया खाना, पहनाई चप्पल दिलाये कपड़े

सुमित खत्री हंडिया। सामान्यतःपुलिस अपने कठोर व्यवहार के लिए जानी जाती है,जिसकी वजह से आम जन पुलिस को अच्छी नजर से नहीं देखते,लेकिन अपनी कार्यशैली और लुक की बजह से पूरे क्षेत्र में पहचाने जाने वाले हंडिया थाना प्रभारी एस एस वघेल ने मंगलवार सुबह एक दरिया दिली की ओर मिसाल पेश करते हुए हंडिया बस स्टैंड पर असहाय घूमने वाली एक वृद्ध महिला को साफ स्वच्छ कपड़े पहनाएं साथ अपने हाथों से बूढ़ी मां के नंगे पैरों में चप्पल पहनाईं।यह सब देखकर महिला खुश हो गई और थाना प्रभारी को गले से लगाकर आशीर्वाद भी दिया।और जव भूखी बुजुर्ग महिला को श्री बघेल ने‌ खाना खिलाया तो अम्मा की आंखों से आंसू छलक आये बोलीं- सदा खुश रहो बेटा, यह नज़ारा देखकर गांव के लोगों ने थाना प्रभारी की जमकर तारीफ की।  



ये है पूरा वाक्या मामला


मंगलवार सुबह का है, जब थाना प्रभारी एस एस वघेल आरक्षण कबीर उईके के साथ पैदल गश्त कर रहे थे.तभी उनकी नजर एक वृद्ध महिला पर पड़ी, जो काफी असहाय एवं दुःखी मालूम पड़ रहीं थीं.श्री वघेल के द्वारा मानवता के नाते उनके पास जाकर देखा तो पाया कि बुढ़ी मां बहुत भूखी है,और बूढ़ी माई भूख के मारे तड़प रही है,इतना सुनते ही श्री वघेल भावुक हो उठे, और बूढ़ी मां को थाने लेकर आए.जहां उन्होंने असहाय, भूखी-प्यासी बूढ़ी मां को खाना खिलाया. दो रोज की भूखी मां के पेट में जब निवाला गया तो बरबस ही उनकी आंखों से आंसू छलक आए.खाना खिलाने के बाद श्री बघेल ने बूढ़ी मां को नगर की दुकान से नये कपड़े दिलवाऐ.जब खाना खाकर उन्हें कुछ आराम मिला तब थाना प्रभारी ने प्यार से उनका नाम पता पूछा,तो बूढ़ी मां कुछ नहीं कह पा रही है।


  फिलहाल बह‌ नाम नहीं बता पा रही हैं लोगों ने की सराहना


 हंडिया थाने पर तैनात थाना प्रभारी एस एस वघेल द्वारा बूढ़ी मां के प्रति किए गए इस मानवीय कार्य की आमजन द्वारा भूरि-भूरि प्रशंसा की जा रही है. इधर ग्रामीणों का कहना है कि अधिकारी आते हैं और चले जाते हैं लेकिन श्री बघेल साहब अपने शालीन,सहज और सरल तथा कर्तव्यनिष्ठा के कारण सभी के दिलों के अजीज हैं ग्रामीणों ने आगे कहा कि थाना प्रभारी एसएस बघेल ने पूर्व में आई बाढ़ के दौरान तथा समय-समय पर माननीय न्यायालय के महत्वपूर्ण फैसलों के दौरान भी शांति व्यवस्था बनाए रहंडिया थाना प्रभारी वघेल की दरियादिली, असहाय भूखी बुजुर्ग महिला को खिलाया खाना, पहनाई चप्पल दिलाये कपड़े  हंडिया।


सामान्यतःपुलिस अपने कठोर व्यवहार के लिए जानी जाती है,जिसकी वजह से आम जन पुलिस को अच्छी नजर से नहीं देखते,लेकिन अपनी कार्यशैली और लुक की बजह से पूरे क्षेत्र में पहचाने जाने वाले हंडिया थाना प्रभारी एस एस वघेल ने मंगलवार सुबह एक दरिया दिली की ओर मिसाल पेश करते हुए हंडिया बस स्टैंड पर असहाय घूमने वाली एक वृद्ध महिला को साफ स्वच्छ कपड़े पहनाएं साथ अपने हाथों से बूढ़ी मां के नंगे पैरों में चप्पल पहनाईं।यह सब देखकर महिला खुश हो गई और थाना प्रभारी को गले से लगाकर आशीर्वाद भी दिया।और जव भूखी बुजुर्ग महिला को श्री बघेल ने‌ खाना खिलाया तो अम्मा की आंखों से आंसू छलक आये बोलीं- सदा खुश रहो बेटा, यह नज़ारा देखकर गांव के लोगों ने थाना प्रभारी की जमकर तारीफ की।   ये है पूरा वाक्या मामला मंगलवार सुबह का है, जब थाना प्रभारी एस एस वघेल आरक्षण कबीर उईके के साथ पैदल गश्त कर रहे थे.तभी उनकी नजर एक वृद्ध महिला पर पड़ी, जो काफी असहाय एवं दुःखी मालूम पड़ रहीं थीं.श्री वघेल के द्वारा मानवता के नाते उनके पास जाकर देखा तो पाया कि बुढ़ी मां बहुत भूखी है,और बूढ़ी माई भूख के मारे तड़प रही है,इतना सुनते ही


श्री वघेल भावुक हो उठे, और बूढ़ी मां को थाने लेकर आए.जहां उन्होंने असहाय, भूखी-प्यासी बूढ़ी मां को खाना खिलाया. दो रोज की भूखी मां के पेट में जब निवाला गया तो बरबस ही उनकी आंखों से आंसू छलक आए.खाना खिलाने के बाद श्री बघेल ने बूढ़ी मां को नगर की दुकान से नये कपड़े दिलवाऐ.जब खाना खाकर उन्हें कुछ आराम मिला तब थाना प्रभारी ने प्यार से उनका नाम पता पूछा,तो बूढ़ी मां कुछ नहीं कह पा रही है।


  फिलहाल बह‌ नाम नहीं बता पा रही हैं लोगों ने की सराहना  हंडिया थाने पर तैनात थाना प्रभारी एस एस वघेल द्वारा बूढ़ी मां के प्रति किए गए इस मानवीय कार्य की आमजन द्वारा भूरि-भूरि प्रशंसा की जा रही है. इधर ग्रामीणों का कहना है कि अधिकारी आते हैं और चले जाते हैं लेकिन श्री बघेल साहब अपने शालीन,सहज और सरल तथा कर्तव्यनिष्ठा के कारण सभी के दिलों के अजीज हैं ग्रामीणों ने आगे कहा कि थाना प्रभारी एसएस बघेल ने पूर्व में आई बाढ़ के दौरान तथा समय-समय पर माननीय न्यायालय के महत्वपूर्ण फैसलों के दौरान भी शांति व्यवस्था बनाए रखने में महती भूमिका निभाई है ।